New Toll Tax Policy केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने टोल नीति को लेकर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने जानकारी दी है कि देश में जल्द ही एक नई टोल पॉलिसी लागू की जाएगी जो पूरी तरह सैटेलाइट आधारित होगी. समाचार एजेंसी IANS की रिपोर्ट के अनुसार, नितिन गडकरी ने कहा है कि आगामी 15 दिनों के भीतर इस नई टोल पॉलिसी को पेश कर दिया जाएगा. वर्तमान में टोल टैक्स की वसूली फास्टैग (FASTag) के माध्यम से की जाती है, लेकिन नई प्रणाली में टोल टैक्स सीधे सैटेलाइट ट्रैकिंग से कटेगा.
जल्द लागू होगी सैटेलाइट टोल व्यवस्था
मंत्री गडकरी ने कहा कि यह नई टोल पॉलिसी देश भर में चरणबद्ध तरीके से लागू की जाएगी और इसके जरिए अब वाहन चालकों को टोल प्लाजा पर रुकने की आवश्यकता नहीं होगी. नई तकनीक में सैटेलाइट के माध्यम से गाड़ियों की पहचान की जाएगी और उसी आधार पर टोल शुल्क लिया जाएगा. गाड़ी की लाइव इमेज सैटेलाइट के ज़रिए कैप्चर की जाएगी और टोल शुल्क स्वतः ही काट लिया जाएगा. यह प्रक्रिया फास्टैग की तुलना में ज्यादा सहज और तेज़ होगी.
3000 रुपये में सालाना टोल पास का प्रस्ताव
इसके साथ ही एक और अहम प्रस्ताव पर काम चल रहा है जिसमें 3000 रुपये में सालाना टोल पास देने की बात कही जा रही है. यह पास नेशनल हाईवे, स्टेट हाईवे और एक्सप्रेसवे के लिए मान्य होगा. इस स्कीम के तहत एक बार भुगतान करने के बाद पूरे साल के लिए वाहन चालक को अलग-अलग टोल का भुगतान नहीं करना पड़ेगा. यह एक तरह का वन टाइम ट्रैवल पेमेंट होगा.
फिलहाल इस प्रस्ताव को वित्त मंत्रालय के पास भेजा गया है ताकि इसके राजस्व पर पड़ने वाले असर का आकलन किया जा सके. इस प्रस्ताव के मुताबिक, फास्टैग से ही हर यात्रा पर पैसे कटेंगे, लेकिन वह 3000 रुपये की सालाना सीमा के भीतर ही रहेगा.